Posts

उस पुरानी याद में गुम हूँ शायद

जब वो शख्स मुझे याद आता है.. ये आंखे भी उसकी यादों में भीग जाती है.. कुछ वक्त भी रुका रुका सा लगता है.. सांसे भी थम सी जाती है... गुस्ताख़ दिल उपासना
"आखिरी पड़ाव", को प्रतिलिपि पर पढ़ें : https://hindi.pratilipi.com/story/0RDdfgDLpSEG?utm_source=android&utm_campaign=content_share भारतीय भाषाओँ में अनगिनत रचनाएं पढ़ें, लिखें और दोस्तों से साझा करें, पूर्णत: नि:शुल्क

मेरी प्यारी माँ

माँ एक शब्द नही है संसार बसता है उसमें, अपने खून से सींचकर हमे जीवन देती है, कितनी भी मुश्किलें क्यूँ न सहे, मगर कभी कुछ नही कहती है, कब मुझे भूख लगी कब मुझे प्यास लगती है, न जाने ...

वासना नही प्रेम है ये

वासना नही प्रेम है ये- अगर मैं तुमसे अपने दिल का हर हाल कहूं, तो वो प्रेम है मेरा, अगर मैं तुमसे मिलने का जिक्र करूं, तो वो मिलन जिस्म का नही रूह से रूह को मिलने की ख्वाहिश होगी, म...

कहानी- उम्मीद की नई किरण

सोना एक स्कूल में पढ़ाती थी। घर के कामो के लिए उसने पास की हो झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली कांता को रख लिया था कांता का पति पास की ही फैक्ट्री में लेबर था जो पैसा मिलता उससे किशोर ...

कविता- दिल की बात दिल ही जाने

कविता- दिल की बात दिल ही जाने तुम हकदार हो उन शब्दों के, जो आज तक कभी कह नही पायी, तुम न मिले होते तो क्या लिख पाती, इन शब्दों को लिखने के लिए, जज्बात तुम बने , मैं कलमकार थी, तुम शब्द...