Posts

Showing posts from 2018
"आखिरी पड़ाव", को प्रतिलिपि पर पढ़ें : https://hindi.pratilipi.com/story/0RDdfgDLpSEG?utm_source=android&utm_campaign=content_share भारतीय भाषाओँ में अनगिनत रचनाएं पढ़ें, लिखें और दोस्तों से साझा करें, पूर्णत: नि:शुल्क

मेरी प्यारी माँ

माँ एक शब्द नही है संसार बसता है उसमें, अपने खून से सींचकर हमे जीवन देती है, कितनी भी मुश्किलें क्यूँ न सहे, मगर कभी कुछ नही कहती है, कब मुझे भूख लगी कब मुझे प्यास लगती है, न जाने ...

वासना नही प्रेम है ये

वासना नही प्रेम है ये- अगर मैं तुमसे अपने दिल का हर हाल कहूं, तो वो प्रेम है मेरा, अगर मैं तुमसे मिलने का जिक्र करूं, तो वो मिलन जिस्म का नही रूह से रूह को मिलने की ख्वाहिश होगी, म...

कहानी- उम्मीद की नई किरण

सोना एक स्कूल में पढ़ाती थी। घर के कामो के लिए उसने पास की हो झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली कांता को रख लिया था कांता का पति पास की ही फैक्ट्री में लेबर था जो पैसा मिलता उससे किशोर ...

कविता- दिल की बात दिल ही जाने

कविता- दिल की बात दिल ही जाने तुम हकदार हो उन शब्दों के, जो आज तक कभी कह नही पायी, तुम न मिले होते तो क्या लिख पाती, इन शब्दों को लिखने के लिए, जज्बात तुम बने , मैं कलमकार थी, तुम शब्द...

कविता-आधुनिक युग की नारी हूँ मै

मैं आधुनिक युग की नारी हूँ, कमजोर नही हूँ मैं, सीमा को लांघना सीखा नही कभी, ऐसे संस्कार मुझे मिले नही, पहनती हूँ जीन्स टॉप भले ही, मगर बुजुर्गों का सम्मान करना सीखा है मैंने, को...

Prtilipi pr meri story

"सागर से गहरा है प्यार हमारा", को प्रतिलिपि पर पढ़ें : https://hindi.pratilipi.com/story/%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%97%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%88-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B0-%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE-h1gaGwLd6HUt&utm_source=android&utm_campaign=content_share भारतीय भाषाओँ में अनगिनत रचनाएं पढ़ें, लिखें और दोस्तों से साझा करें, पूर्णत: नि:शुल्क

लघुकथा- सुयोग्य वर

प्रियंका एक बेहद ही पढ़ी लिखी और खुले विचारों वाली लड़की थी मगर एक मध्यमवर्गीय परिवार में उसके विचारों को समझने वाला कोई नही था। माँ गृहणी थी और पिता जी एक सरकारी स्कूल में क्...

प्रतिलिपी पर मेरी कहानी

"प्रेमकथा प्रतियोगिता के लिए(पवित्र प्रेम)", को प्रतिलिपि पर पढ़ें : https://hindi.pratilipi.com/story/%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A4%A5%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F%E0%A4%AA%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%AE-04iTtktgTeJz&utm_source=android&utm_campaign=content_share भारतीय भाषाओँ में अनगिनत रचनाएं पढ़ें, लिखें और दोस्तों से साझा करें, पूर्णत: नि:शुल्क

लघुकथा- हैप्पी वेलेंटाइन डे

रिया खुद को  बहुत ही होशियार और आधुनिक युग की लड़की समझती अगर दादी कभी कह भी देती कि बिटिया जरा संभल कर कदम रखा कर जवान लड़कियों के ये लकछन ठीक नही और ये लाल लिपिस्टिक और काजर लग...

लघुकथा- हैप्पी वेलेंटाइन डे

रिया खुद को  बहुत ही होशियार और आधुनिक युग की लड़की समझती अगर दादी कभी कह भी देती कि बिटिया जरा संभल कर कदम रखा कर जवान लड़कियों के ये लकछन ठीक नही और ये लाल लिपिस्टिक और काजर लग...

कविता-आप जैसा पिता मिला

कविता-आप जैसा पिता मिला मेरा क्या अस्तित्व होता , अगर आप जैसा पिता मुझे न मिलता, हर ज़िद को पूरा किया, हर पल मेरी खुशियों का ख्याल रखा, आप परेशान होते हो, क्यूँ कुछ नही कहते हो?? हर ...

कविता-लोभ का अन्त कहाँ?

दहेज लेकर कब तक अपने बेटों को बेचेंगे लोग, फिर उम्मीद करते हैं कि एक बेटी घर आये बहू नही, कभी दर्द महसूस करो उन मां बाप का, जिनके घर बेटियां ब्याहने के लिये है, दहेज की आड़ में अच्...

अनजान मुसाफ़िर- भाग-8

कहानी-अनजान मुसाफ़िर भाग-8 सूरज की रोशनी चारो तरफ फैल चुकी थी। मां नाश्ता बना कर सबके आने की प्रतीक्षा करने लगी। रेवती पहले नाश्ते की टेबल पर इतना शोर मचाती थी कि सब परेशान हो ...