मेरा सफर

ज़िन्दगी यू हर कदम पर साथ चलती रही कभी रुकी
हर रोज नया तजुर्बा मिला मुझे
कभी अपनो ने साथ छोड़ा
कभी अपनो से ही दर्द मिला
मेरा ये सफर कभी रुकेगा नही।
      "उपासना पाण्डेय"
हरदोई (उत्तर प्रदेश)

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